शीघ्रपतन का घरेलु इलाज (Shighrapatan Ka Gharelu Ilaj) – आज के समय में गलत खान-पान और गलत दिनचर्या के वजह से लोगो के सेक्सुअल लाइफ ख़राब होता जा रहा है जिसमे सबसे पहला नाम है शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) का। शीघ्रपतन से आज कल बहुत से लोग परेशान हैं। लोग इस परेशानी का इलाज कराने और बात करने से काफी बचते नजर आते हैं. काफी लोग तो ये सोच बैठते है की शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) का इलाज ही संभव नही है। हम आपको बता दें शीघ्रपतन का इलाज संभव है।
तों आज के इस article में हम समझेंगे की आखिर ये शीघ्रपतन क्या है? (What is Premature Ejaculation). ये शीघ्रपतन क्यों होता है? -Why does premature ejaculation happen? और शीघ्रपतन का घरेलु इलाज क्या है ? (Shighrapatan Ka Gharelu Ilaj) – Best Premature Ejaculation Treatment In Hindi हम यही बात करेंगे।
शीघ्रपतन को घरेलु इलाज से भी ठीक किया जा सकता है, आप चाहे तो शीघ्रपतन की दवा या फिर डॉक्टर को दिखाकर भी दवा ले सकते है इससे पहले हमारी बताई हुई चीज़ें अप्लाई कर के देख सकते हैं। जिसका रिजल्ट 100% है, तो चलिए आपको बताते हैं कि शीघ्रपतन क्या होता है? और आप इसका इलाज कैसे कर सकते है.
शीघ्रपतन क्या होता है ? – what is Premature Ejaculation?
शीघ्रपतन एक सामान्य सेक्सुअल रोग है जिसमें एक पुरुष सेक्स के दौरान अपने या अपने साथी की इच्छा से पहले स्खलित(ejaculates) हो जाता है। शीघ्रपतन महत्वपूर्ण संकट पैदा कर सकता है और एक आदमी के आत्मसम्मान, रिश्तों और Sexual Satisfaction को impact डाल सकता है।
किस कंडीशन को शीघ्रपतन या Premature Ejaculation कहा जा सकता है? सेक्सुअल Activity के समय, योनी में Insert करने के 2 मिनट में ही अगर वीर्य का स्खलन हो जाता है तों उस कंडीशन को शीघ्रपतन कहा जाता है।
असान भाषा में बोले तो वीर्य के जल्दी निकल जाने को शीघ्रपतन कहा जाता है। इसमें पुरुष अपने साथी के सम्भोग सुख प्राप्त करने से पहले ही वीर्यस्खलन कर देता है।
प्रत्येक 3 पुरुष में से 1 पुरुष को उनके पुरे लाइफ में किसी भी समय शीघ्रपतन(Premature Ejaculation) का सामना करना ही पड़ता है, और यह किसी भी उम्र में हो सकता है। शीघ्रपतन कई कारणों से हो सकता है , जैसे चिंता, तनाव और डिप्रेसन, हार्मोनल असंतुलन, और जीवनशैली कारक शामिल हैं।
इन्हें भी पढ़े – शीघ्रपतन में क्या खाएं और क्या परहेज करें – Best Diet Chart for Premature Ejaculation in Hindi – 2023
शीघ्रपतन होने के क्या कारण है ? (Causes of Shighrapatan in Hindi)
शीघ्रपतन (Shighrapatan) के कई कारन हो सकते है। Exact कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन कई कारकों को इस स्थिति में योगदान देने के लिए माना जाता है। शीघ्रपतन(Premature Ejaculation) के कुछ सबसे common कारणों के बारे में बात करते हैं: –
1. मनोवैज्ञानिक कारण (Psychological Causes):
चिंता, टेंसन और डिप्रेसन के वजह से भी शीघ्रपतन सकते हैं। चिंता, विशेष रूप से एक आदमी को अपने सेक्सुअल एक्टिविटी पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करने का कारण बन सकती है, जिससे शीघ्रपतन (Shighrapatan) हो सकती है।
2. जैविक कारण (Biological Causes):
शीघ्रपतन (Shighrapatan) शरीर में हार्मोन या न्यूरोट्रांसमीटर के असंतुलन(imbalance) के कारण हो सकता है। यह एंटीडिप्रेसेंट सहित कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट भी हो सकता है। प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग की सूजन और संक्रमण भी शीघ्रपतन का कारणहो सकता है।
3. जीवन शैली के कारण (Lifestyle Causes):
शराब और नशीली दवाओं का उपयोग शीघ्रपतन(Premature Ejaculation) में योगदान कर सकता है, साथ ही साथ खराब शारीरिक स्वास्थ्य, नींद की खराब आदतें और पोर्नोग्राफी से अत्यधिक उत्तेजना भी हो सकती है।
4. न्यूरोलॉजिकल कारण (Neurological Causes):
स्खलन को नियंत्रित करने वाले तंत्रिका संकेतों के साथ समस्याओं के कारण शीघ्रपतन(Premature Ejaculation) भी हो सकता है।
5. आघात या चोट (Trauma or injury):
लिंग, प्रोस्टेट और रीढ़ की हड्डी सहित श्रोणि क्षेत्र में चोट के कारण शीघ्रपतन(Premature Ejaculation) भी हो सकता है।

शीघ्रपतन का घरेलु इलाज (Shighrapatan Ka Gharelu Ilaj)
शीघ्रपतन के लिए कई चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, कुछ शीघ्रपतन का घरेलु इलाज भी हैं जिन्हें use में लाकर शीघ्रपतन से बाख सकते है :-
1. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – तुलसी (Tulsi for premature ejaculation)
तुलसी की जड़ को अच्छी तरह सुखाकर उसका चूर्णं बनायें। इस चूर्ण में एक ग्राम अश्वगंधा का चूर्णं मिलाकर दूध के साथ पीने से शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिलता है।
तुलसी की जड़ या बीज को पीसकर खाने से वीर्य – मजबूत होता है और स्तम्भन शक्ति बढ़ती है। तुलसी की जड़ शीघ्रपतन को ठीक करने में मदद करती है। तुलसी के बीज या तुलसी की जड़ के चूर्ण को गुड़ में मिलाकर लेना चाहिए। तुलसी की जड़ का पाउडर शीघ्रपतन से निजात दिलाता है।
2. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – भिंडी का पाउडर
भिंडी में ऐसे गुण होते है जो की आपकी कमजोर नसों को शक्ति प्रदान कर वीर्य को अंदर रोके रखने की शक्ति को बढ़ते है । भिंडी के एक चम्मच पाउडर को गर्म दूध में मिलाकर रोजाना रात को पीने से शीघ्रपतन दूर होता है।
3. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – शतावरी की जड़
शतावरी की जड़ के 20 ग्राम पाउडर को एक ग्लास दूध में उबाल कर छान लें। यह दूध रोजाना रात को सोने से पहले पियें। इससे धात रोग और शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।
4. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – लहसुन
लहसुन में एंटी-बैक्टिरियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण मौजूद होते है जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करते है। शीघ्रपतन की समस्या से निजात पाने के लिए हर रोज सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली खाएं। शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है –
5. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – शिलाजीत
शिलाजीत नसों को बल प्रदान करता है, वीर्य की क्वालिटी और क्वांटिटी सुधारता है। शिलाजीत के नियमित सेवन से शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिलता है।
6. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – इलायची और हिंग
इलायची के दाने और सेंकी हुई हींग के चूर्ण को घी और दूध के साथ मिलाकर पीने से पेशाब में धातु का स्राव बंद हो जाता है और शीघ्रपतन रोग दूर होता है।
7. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – अदरक और शहद
अदरक की पेस्ट को दूध के साथ उबालें। इसे छान कर इसमें शहद मिला लें। इसको पीने से मर्दाना कमजोरी, नपुंसकता और शीघ्रपतन की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
शीघ्रपतन को रोकने के लिए इलायची का चूर्ण बहुत प्रभावशाली होता है। रोजाना इलायची के चूर्ण को दूध में डालकर पीने से शीघ्रपतन की बीमारी को कम किया जा सकता है। इलायची यौन शक्ति को बढ़ाने में फायदेमंद होती है। नियमित इलायची का सेवन करना चाहिए।
8. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – हरे प्याज
हरे प्याज के स्टेमिना, यौन क्षमता को बढ़ाने में भी मददगार होता है। शीघ्रपतन की समस्या को खत्म करने के लिए इन बीजों को पीस कर पानी में मिला लें। इस पानी को नियमित पीने से शीघ्रपतन से छुटकारा मिलेगा।
9. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – आंवला
प्रतिदिन सुबह खाली पेट दो चम्मच आंवले के रस को शहद के साथ लें। सुबह शाम आंवले के चूर्ण को दूध में मिला कर लेने से शीघ्रपतन का घरेलु इलाज में बहुत लाभ मिलता है।
10. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – दालचीनी
दालचीनी पुरुषों के लिए लाभदायक होती है। यह पुरुषों में शीघ्रपतन जैसी यौन समस्याओं को खत्म करने में मदद करती है। पुरुषों की समस्या को रोकने के लिए दालचीनी का उपयोग करना चाहिए। भोजन के बाद दिन में दो बार दालचीनी के पाउडर का सेवन करना चाहिए।
11. शीघ्रपतन का घरेलु इलाज है – अंडे
अंडों में प्रोटीन काफी मात्रा में होता है जो स्टेमिना बढ़ाने का काम करता है और अंडे में मौजूद पोषक तत्व कमजोरी दूर कर ताकत देते है और साथ ही शीघ्रपतन का घरेलु इलाज की समस्या को दूर करने में सहायक होते है।
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नपुंसकता (erectile dysfunction) 7 आयुर्वेदिक इलाज
शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक इलाज (Shighrapatan Ka Ayurvedic Ilaj)
शीघ्रपतन का आयुर्वेद में रामबाण इलाज है –
अश्वगंधा :-
अश्वगंधा एक कामोत्तेजक औषधि मानी जाती है यह नाइट्रिक ऑक्साइड उत्पादन को बढ़ाता है जो उत्तेजित करने की क्षमता को बेहतर बनाता है और शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
अश्वगंधा से शरीर में ताकत आती है। अश्वगंधा यौन संबंधी समस्याओं को खत्म करने में मदद करता है इसका उपयोग शीघ्रपतन, नपुंसकता के इलाज में बहुत फायदेमंद होता है। सुबह शाम अश्वगंधा पाउडर के साथ मिश्री मिलाकर लेने से शीघ्रपतन की समस्या में फायदा मिलता है।
इसबगोल
इसबगोल का प्रयोग शीघ्रपतन की परेशानी को दूर करने के लिए किया जाता है। इसबगोल, पिसी हुई मिश्री और खसखस को अच्छे से मिलाकर चूर्ण बना ले और इस चूर्ण का नियमित सेवन करने से शीघ्रपतन में आराम मिलता है। यह शीघ्रपतन की समस्या में कारगर है।
सफेद मूसली
मूसली सफेद मूसली पाउडर को एक-एक चम्मच रोज दूध के साथ लेने से वीर्य गाढ़ा होता है और संभोग का समय बढ़ता है। सफेद मूसली शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। शीघ्रपतन जैसी परेशानी को खत्म करने के लिए रोजाना सफेद मूसली के पाउडर का सेवन करना चाहिए।
शतावरी
शतावरी यौन स्वास्थ्य को बढ़ाती है। – शतावरी समय से पहले स्खलन से बचाने में बहुत लाभप्रद होती है। शतावरी की जड़ों को दूध में उबालकर दिन में दो बार सेवन करने से शीघ्रपतन की समस्या दूर होती है। शतावरी लिंग की मांसपेशियों को मजबूत करती है।
शीघ्रपतन का उपचार (Shighrapatan Ka Gharelu Upchar)
शीघ्रपतन (Premature ejaculation) कई पुरुषों के लिए सेक्स, एक चिंता है। जबकि शीघ्रपतन के लिए कई चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, कुछ फिजिकल उपचार भी हैं जिन्हें आप लक्षणों को कम करने में मदद करने के लिए आजमा सकते हैं:
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic floor exercises): केगल्स(Kegels) जैसे व्यायामों के जरिए पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने से स्खलन पर नियंत्रण में सुधार और Premature ejaculation की संभावना को कम करने में मदद मिल सकती है।
दिमागीपन और तनाव में कमी (Mindfulness and stress reduction): तनाव और चिंता शीघ्रपतन में योगदान कर सकते हैं, इसलिए दिमागीपन और गहरी सांस लेने जैसी तकनीकें चिंता को कम करने और sexual activity के दौरान सुधार करने में मदद कर सकती हैं।
स्वस्थ जीवन शैली में परिवर्तन (Healthy lifestyle changes): एक स्वस्थ आहार बनाए रखना, नियमित व्यायाम करना और पर्याप्त नींद लेना सभी यौन क्रिया को बेहतर बनाने और पीई की संभावना को कम करने में मदद कर सकते हैं।
हस्तमैथुन (Masturbation): यौन क्रिया से एक या दो घंटे पहले हस्तमैथुन करने से sensitivity कम करने और सेक्स के दौरान नियंत्रण में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
अपने साथी के साथ बातचीत(Communication with your partner): अपने साथी से अपनी चिंताओं के बारे में बात करना और वे कैसे मदद कर सकते हैं, जैसे कि sexual activity के दौरान sexual positions में बदलना या ब्रेक लेना, दोनों partners के लिए sexual experience को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
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शीघ्रपतन के प्रकार?(Types of Premature Ejaculation in Hindi)
शीघ्रपतन के 6 प्रकार हैं, जिनमें शामिल हैं:-
1. प्राथमिक शीघ्रपतन(Primary premature ejaculation: यह सबसे common type है, जिसमें एक आदमी ने पहली बार सेक्स किया और पहली बार में ही उसे शीघ्रपतन का अनुभव हुआ हो, उसे प्राथमिक शीघ्रपतन कहते है।
2. माध्यमिक शीघ्रपतन(Secondary Premature Ejaculation: यह तब होता है जब एक आदमी ने पहले सामान्य स्खलन नियंत्रण का अनुभव किया है लेकिन बाद में शीघ्रपतन का अनुभव करना शुरू कर देता है।
3. आजीवन शीघ्रपतन(Lifelong premature ejaculation): यह प्रकार एक ऐसे व्यक्ति को बताता है जिसने अपने पूरे यौन जीवन में शीघ्रपतन का अनुभव किया है।
4. एक्वायर्ड प्रीमच्योर इजैक्युलेशन(Acquired premature ejaculation): यह प्रकार उस व्यक्ति को बताता है जिसने जीवन में कई बार सेक्स के बाद में शीघ्रपतन विकसित किया है।
5. परिवर्तनीय समयपूर्व स्खलन(Variable premature ejaculation): यह प्रकार एक ऐसे व्यक्ति को बताता है जो समयपूर्व स्खलन का अनुभव करता है लेकिन दूसरों पर नहीं।
.6 सब्जेक्टिव शीघ्रपतन(Subjective premature ejaculation): यह प्रकार एक ऐसे व्यक्ति को बताता है जो मानता है कि वह समय से पहले स्खलन कर रहा है, लेकिन उसका स्खलन समय सामान्य सीमा के भीतर आता है।
पुरुषों में इरेक्शन कैसे होता है? – How does an erection occur in men?
Male Reproductive System हमारे pelvis region में होता है जैसे की आप पिक्चर में देख सकते है की Male Reproductive System में कौन-कौन से ऑर्गन होते है इसमें पहला है वृषण कोष ( scrotal sace), दूसरा है testes का एक pair और साथ में इसके सहायक ducts तीसरा है Epididymis, चौथा है शुक्र वाहिनियाँ (Vas Deferens) जिसको male genital tract भी कहते हैं, पाँचवा शुक्राशय (seminal vasical), छटा मूत्रमार्ग (Urethra), सातवां penis, आठवां है सहायक sex glands तो चलिए अब इन्हे एक-एक कर के समझते हैं |

अब हम जरा ह्यूमन Penis के erect होने का कारण को डिटेल्स में समझते है –
देखिये जैसे ही कोई सेक्सुअल थॉट हमारे दिमाग में आता है तो हमारे ब्रेन के अंदर बैठे पिट्यूटरी ग्लैंड , टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को आदेश देता है की आप स्पर्म Produce करो हमारे ब्रेन के अंदर, ब्रेन एक पार्ट होता है। जिसका नाम है हाइपोथेलेमस, पिट्यूटरी ग्लैंड होता है जो टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के लेवल को कंट्रोल करता है।
टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन पुरुषों के testicles में बनता है, जो स्पर्म प्रोडक्शन में सहायक होता है टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के SECRETION से हमारे बॉडी में बहुत सारे Changes होता है. जैसे की, शारीर में बालों का निकलना, हड्डियों का विकास, मांसपेशियां में ताकत इत्यादि।
शीघ्रपतन के लक्षण क्या हैं?(Symptoms of Shighrapatan in Hindi)
शीघ्रपतन एक सामान्य सेक्सुअल रोग है जिसमें एक पुरुष सेक्स के दौरान अपने या अपने साथी की इच्छा से पहले स्खलित(ejaculates) हो जाता है। शीघ्रपतन के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं: –
- स्खलन जो प्रवेश से पहले या शीघ्र ही बाद में होता है।
- स्खलन पर नियंत्रण का अभाव।
- यौन संतुष्टि में कमी।
- शर्मिंदगी या हताशा के कारण यौन अंतरंगता से बचना।
- शीघ्रपतन के कारण तनाव, चिंता और संबंध संबंधी समस्याएं।
- Ejaculation that occurs before or shortly after penetration
- Lack of control over ejaculation
- Decreased sexual satisfaction
- Avoidance of sexual intimacy due to embarrassment or frustration
- Stress, anxiety, and relationship problems due to PE
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